जीवन में प्यार
रूठना मनाना सब
सही समय पर
सही अनुपात में …
सब्ज़ी में
मसालों सा हो
तो जीवन में
खुशियों का स्वाद
बरकरार रहता है
जरा सा कुछ
ऊपर नीचे हुआ नहीं कि बस
मामला गड़बड़ा ही जाता है …
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कब बांधना है
कब स्वतंत्र करना है
इसका भी
सही सही अंदाजा
या माप – तौल
बहुत जरूरी है
अब हर समय हर पौधे को
बोनसाई तो नहीं बना सकते न …
बस रिश्ते भी
कुछ ऐसे ही होते हैं
उन्हे बोनसाई बनाने की
कभी कोशिश भी मत करना ….
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