कविता तो मानो – एक केमिस्ट्री का प्रयोग है
September 20, 2022 by Manju Mishra
कविता
बस यूँ ही
कुछ भी लिख देने से
कहाँ होती है कविता …
कविता के लिए तो
जीने पड़ते हैं
न जाने कितने दर्द
न जाने कितनी खुशियां
पालने पड़ते हैं
कितने ही सपने
पलकों तले
महसूसने पड़ते हैं
नर्म नाज़ुक अहसास
जोड़ने पड़ते हैं
दिल के तंतु दिल के साथ
तब कहीं जा कर जगता है
कविता में रस का अहसास
कविता तो मानों
एक केमिस्ट्री का प्रयोग है
जब तक सब कुछ
सही अनुपात में
सही समय पर …
सही ढंग से नहीं होगा
तब तक अच्छी कविता का
सृजन नहीं होगा….!
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